Who is responsible for farmer's death ?
नमस्कार दोस्तों ,
आप पढ़ रहे हे "my agriculture" blogs
तो जैसा की पिछले 2 भाग में किसानों की आत्महत्या की बात मेने आपसे साजा करि थी उसी को लेकर आगे बढ़ता हु में ;
किसान साहूकारों से उधर लेकर इस क्या करता हे ? जिस से वो क़र्ज़ नही चूका पाता है , और अंत में खुद को खत्म कर लेता है । उदाहरण से में आपको समजाता जिस से आपको अछे से समज आएगी मेरी बात - किसान वो पैसे लेकर खुशि खुशि बाजार से बीज लेकर आता है फिर एक नयी सुबह वो उस खेत को प्रणाम करके उस उगते सूरज को प्रणाम करके उन बीजो को खेत में बो देता है , अब सुरु होती है एक कहानी वो उन बीजो को अपने पुत्र समान देखभाल करता है उन्हें बारी बारी से पानी देता है समय समय पर निराई गुड़ाई उसमे खाद देना दवाई देना सब कुछ वो अच्छे से करता है अब उसकी सब्जियां काट कर बेचने की बारी आती है , नित्य रोज पूरा परिवार सब्जियां काट कर उन्हें बांध कर सुबह मंडी बेचने लाते हे जहा उनकी सब्जियां खरीदी जाती है 1-2 rs किलो ( अगर वो किसान प्रतिदिन 100 kg सब्जियां तोड़ कर मंडी में बेचता है तो उसे मिलते है 200 rs ) जो की उसका मेहनताना भी नही होता है , फिर भी वो रोज सवेरे इस उमीद से काम करता है कि एक दिन तो उसे अच्छा भाव मिलेगा । इसी उमीद के साथ सारी सब्जियां खत्म हो जाती है और उसके पास मुनाफे के नाम का कुछ नही बचता उल्टा नुकसान उसे भरना पड़ता है ऐसा क्यों होता है किसी ने सोचा है ?
कभी सब्जी market जाना और सब्जी का मोल भाव करना और उसके अगले दिन सुबह जल्दी उठ कर मंडी जाना वह मोल भाव करना बहोत कुछ पता चल जायेगा ।
में आप सब से एक प्रश्न पूछते हुए जाऊँगा जिसका उत्तर मुझे comment जरूर करे
• क्या आप भी इन सब कारणों के जिमेदार हे ? या सिर्फ हमारा system या हमारी सरकार ही जिमेदार हे ? अपनी राय जरूर दे
आगे फिर मुलाकात होगी नये topic के साथ तब तक के लिए जुड़े रहिए सुरक्षित रहे अपना ध्यान रखे ।
और मेरे blogs पढ़ते रहने के लिए " my agriculture " blogs को follow जरूर करे
धन्यवाद ।।
सरकार तो जिम्मेदार हैं ही साथ में हम सब भी किसानों की इस अवस्था के जिम्मेदार हैं
ReplyDeleteसहमत भाई साहब । आपकी बात से सहमत हूं हम सब भी बराबर जिमेदार हे अभी तो बहोत सी हकीकत से अवगत कराना है सभी को 🙏
ReplyDeleteसरकार जिम्मेदार हैं और समाधान भी सरकार हैं !!
ReplyDeleteIske liye only govt nhi hr koi jimedar h
ReplyDeleteतो श्री मान कब आएगा बदलाव कोन लायेगा । क्यों न हम करे सुरुवात खुद से । मतलब की आग कही से जलनी चाहिए न ?
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